Fire Facial Ke Fayde Aur Process: फायर या फ्लेम फेशियल
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Fire Facial In Hindi \ New Era Facial |
Fire Facial Ke Fayde Aur Processफायर या फ्लेम फेशियल
प्रकृति के फैसले में हस्तक्षेप मुश्किल नहीं असंभव है। तयशुदा समय पर जो पूर्व निश्चित है, उसे थामना प्रकृति को चुनौती देना है। इसे ज्ञान-उपदेश न समझें।
इससे हमारा मकसद आपके ज्ञान-चक्षु के पटल खोलने के साथ एक रहस्य साझा करना था। यकीनन रहस्य ने संपूर्ण शरीर में खलबली मचा दी होगी। यह रहस्य है ही कुछ ऐसा, जिसकी मुफलिसी हर बाशिंदे को है। आपकी जिज्ञासाओं को शांति का अमलीजामा पहनाते रहस्य की पोटली की गांठ खोलते हैं। यहां हम बात कर रहे हैं फ्लेम फेशियल की।
नयी तकनीक
पिछले दिनों चीन में चेहरे को जवां, खिला-खिला बनाए रखने के लिए अनोखे उपचार की खोज की गई। इस ट्रीटमेंट की अहम कड़ी है आग। चीन के ब्यूटी सैलून में चेहरे की त्वचा को जलाकर उसकी खोई रौनक लौटाने का काम किया जा रहा है। सैलून के चिकित्सकों ने इस प्रकिया को फ्लेम फेशिल का नाम दिया है। चीनी भाषा में यह फेशियल हू लिआओ' नाम से प्रचलित है।
यहां के कुछ चिकित्सक इसे चेहरे की लटकती त्वचा से निजात व उम्र की निशानियों से बेरौनक चेहरे के लिए उपयोग में ला रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ चिकित्सक इसका प्रयोग सर्दी, जुकाम व मोटापे से आजादी के लिए प्रयुक्त कर रहे हैं।
विशेष प्रक्रिया
जैसा कि आपको बता दें कि इस फेशियल में चेहरे की मृत कोशिकाओं को पुनः जिंदा करने के लिए आग की लपटों का सहारा लिया जाता है। इससे चेहरे का युवापन और रंगत निखर जाता है। फेशियल की शुरुआत स्पेशल एलिक्सिर से होती है। यानी सबसे पहले चिकित्सक शराब में तौलिए को डुबोकर उसे अच्छी तरह निचोड़ लेते हैं। इसके बाद चेहरे पर फेशियल का पेस्ट लगाकर तौलिए को इस पर रखा जाता है। तकरीबन शराब से भीगा तौलिया 30 सेकेंड के लिए उक्त जगह पर रखा जाता है।
यही नहीं कई बार थेरेपिस्ट शराब में भीगे तौलिए से चेहरा, टांगे व कमर ढक देते हैं। तौलिए पर एक किस्म की दवा रखकर उसमें चिंगारी लगा दी जाती है। थोड़ी देर में उससे आग की मद्धम लपटें उठने लगी हैं और उन हिस्सों में फैल जाती हैं जिनमें दवा लगाई गई है।
फायदों की लंबी कतार
चेहरे की चमक, दमक व कसावट के अलावा भी चीनी थेरेपिस्ट फ्लेम फेशियल का प्रयोग विविध रोगों के उपचार के लिए कर रहे हैं, जैसे - सर्दी, जुकाम, मोटापा, एलर्जी। कमर, पेट, जांघों के आसपास के थुलथुले मांस को भी आप इसके उपयोग से अलविदा कह सकते हैं।
कुछ हिदायतें
अभी इस थेरेपी का चीन में बोलबाला है। आने वाले समय में यह जल्द भारत में गहरी पैठ बना लेगी। कारण है तमाम उम्र चेहरे की जवापन और बेपनाह खूबसूरती की कायल महिलाए। इसकी माग जल्द ही इस अनोखी तकनीक को भारतीय महिलाओं की पहुंच में ला देगी। चूंकि इस थेरेपी में 'आग' अहम कड़ी है, ऐसे में इसे कुशल थेरेपिस्ट से कराना ही उपयुक्त है। आग की लपटें, चिंगारियां इसे खौफनाक साबित करती हैं। लेकिन एक कुशल थेरेपिस्ट इसे आसान बना सकता है। याद रहे कि थेरेपी में त्वचा चिंगारियों से जले नहीं।
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